पाठ शनिश्चर देव को, की हो भक्त तैयार
करत पाठ चालीस दिन, हो भवसागर पार
जय जय श्री शनिदव भक्तन हितकारी
सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी
जय जय जय जय
श्याम अंग वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी
जय जय जय जय
क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है लिलारी
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी
जय जय जय जय
मोदक मिष्ठान पान चढत है सुपारी
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी
जय जय जय जय
देव दनुज रिषि मुनि सुमिरन नर नारी
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी
जय जय जय जय
जय हो शनि महाराज की!
Ad
Saturday, December 19, 2015
जय शनि देव महाराज! Jai Shani dev maharaj!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteI got very useful information about lord shani. I also know about a website http://www.shanimantra.com it also contain some useful information about shani dev
ReplyDelete